Darta Hoon (Adhoora) lyrics
by Unoosha
डरता हूँ मैं खुद को चाहने से
डरता हूँ मैं तुझको पाने से
ना दिल देंदी बेदर्दी नु
ना रो रो अखियाँ लांडी
वे कड़े ना पछतण्डी मैं
जे पता हुँदा तेरे वल चल द
डरता हूँ न इंसान से
डरता हूँ तेरी दलेरी से
तेनु महरम नज़ीर बन बैठी
तेरे नाल मैं जिन्दड़ी ले बैठी
न लांडी ते न पछतण्डी
जे छड जाना सी हरजाइयां
दीखता है फ़रेब तेरी शिकं में
है बशर तू बना तमामी पे
नहीं हो सकता मैं तुम में से
नहीं चाहता हूँ मैं कुछ तुम से
तेनु महरम नज़ीर बन बैठी
तेरे नाल मैं जिन्दड़ी ले बैठी
न लांडी ते न पछतण्डी
वह कड़े ना पछतण्डी
वह कड़े ना पछतण्डी
वह कड़े ना पछतण्डी
वह कड़े ना पछतण्डी
वह कड़े ना पछतण्डी