Shiv Kailashon Ke Wasi lyrics
by Traditional
जटा टवी गलज्जल
प्रवाह पावितस्थले
गलेऽव लम्ब्यलम्बितां
भुजंगतुंग मालिकाम् ।
डमड्डमड्डमड्डम
न्निनाद वड्डमर्वयं
चकारचण्डताण्डवं
तनोतु नः शिव: शिवम्
तनोतु नः शिव: शिवम्
तनोतु नः शिव: शिवम् ॥१॥
शिव कैलाशों के वासी
धौली धारों के राजा
शंकर संकट हारना...
शिव कैलाशों के वासी
धौली धारों के राजा
शंकर संकट हारना...
शंकर संकट हारना
शिवा...
शंकर संकट हारना
...
तेरे कैलाशों का
अंत ना पाया
तेरे कैलाशों का
अंत ना पाया
अंत बेअंत तेरी माया
ओ भोले बाबा
अंत बेअंत तेरी माया
शिव कैलाशों के वासी, (ॐ नमः शिवाय)
धौलीधारों के राजा (ॐ नमः शिवाय)
शंकर संकट हारना, (ॐ नमः शिवाय)
शंकर संकट हारना (ॐ नमः शिवाय)
शंकर संकट हारना (ॐ नमः शिवाय)