Shivam lyrics
by Manoj Muntashir
[Verse 1]
बलिदानों (बलिदानों), आहुतियों (आहुतियों)
से जन्मी ये गाथा
बरसों से जलती है
बदले की ये ज्वाला
[Verse 2]
क्या मृत्यु उस महासमर की
जननी है जिसका
वर्णन सृष्टि करती
क्या अम्बर की नगरी से वो
रखवाला आया जिसके
पाँव चूमे धरती
[Verse 3]
बलिदानी, क्या नियती
रचने में है सक्षम
नस-नस में जो खौले
वो लोहू है
शिवम (शिवम)