Ishq Hai lyrics
by Madhubanti Bagchi
[Intro]
देखो तो क्या ही बात है (क्या ही बात है)
कमबख्त इस जहाँ में (जहाँ में)
ये इश्क है जिसने इसे (जिसने इसे)
रहने के काबिल कर दिया (कर दिया)
रहने के काबिल कर दिया
[Refrain]
रोशनी ही रोशनी है
चारसू जो चारसू
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
जो छुपा है हर नज़र में
हर तरफ जो रुबरु
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
[Verse 1]
तुम से मिले तो कुछ गुंनुनी सी
होने लगी है सर्दियाँ (इश्क-इश्क, इश्क-इश्क)
तुमसे मिले तो देखो शहर में
खिलने लगी हैं वादियाँ (इश्क-इश्क, इश्क-इश्क)
[Pre-Chorus]
साया मेरा है तू और मैं तेरा
तू दिखे या ना दिखे तू
तेरी खुशबू खू-ब-खू
[Chorus]
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
[Verse 2]
हाँ कोई कहता, इश्क हमें आबाद करता है
कोई कहता, इश्क हमें बरबाद करता है
ज़हन की तंग दीवारों से उठकर
मैं कहता हूँ, इश्क हमें आज़ाद करता है
[Instrumental Break]
[Verse 3: Madhubanti Bagchi]
मोह पे ये करम भी कीजे
मोह पे ये करम भी कीजे
लागे नहीं तुम बिन जीयारा
ऐसी बेखुदी ही दीजे
मोह पे ये करम भी कीजे
मोह पे ये करम भी कीजे
लागे नहीं तुम बिन जीयारा
ऐसी बेखुदी ही दीजे
[Pre-Chorus]
हाँ, सारा मेरा हो तू और मैं तेरा
यही मेरी बहशतें हैं, यही मेरी जुस्तजू
[Chorus]
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
[Bridge]
बरसी है मुझपे मेहर आसमानी
(बरसी है मुझपे मेहर आसमानी)
मोहब्बत का देखो असर आसमानी
(मोहब्बत का देखो असर आसमानी)
पैरों के नीचे ज़मीन उड़ रही है
(पैरों के नीचे ज़मीन उड़ रही है)
है इश्क में हर सफर आसमानी
[Verse 4
तुमसे मिले तो बैठे बिठाए
छूने लगे हैं आसमान (इश्क-इश्क, इश्क-इश्क)
तुमसे मिले तो छोटा सा किस्सा
बन’ने को है एक दास्तान (इश्क-इश्क, इश्क-इश्क)
[Pre-Chorus]
हाँ साया मेरा ही तू और मैं तेरा
तू दिखे या तू दिखे या तू दिखे या ना दिखे
तेरी खुशबू खू-बा-खू
[Chorus]
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
[Outro]
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है
इश्क है ये इश्क है