Aap Ki Khatir lyrics
 by Himesh Reshammiya
		
		
आप की ख़ातिर मेरे दिल का जहाँ है हाज़िर
आप की ख़ातिर मेरे दिल का जहाँ है हाज़िर
अपने सारे अरमाँ...
अपने सारे अरमाँ कर दूँ मैं ज़ाहिर, कर दूँ मैं ज़ाहिर
आप की ख़ातिर मेरे दिल का जहाँ है हाज़िर
अपने सारे अरमाँ कर दूँ मैं ज़ाहिर, कर दूँ मैं ज़ाहिर
इश्क़ भी क्या चीज़ है, इसमें होश रहता नहीं
ये तो है सिलसिला चैन-ओ-सुकून का, दिल के जुनून का, आफ़रीं
इश्क़ भी क्या चीज़ है, इसमें होश रहता नहीं
ये तो है सिलसिला चैन-ओ-सुकून का, दिल के जुनून का, आफ़रीं
आप की बातों से
मुलाक़ातों से, ख़यालों से
हुआ, मैं हुआ बड़ा ही मुतअस्सिर
आप की ख़ातिर मेरे दिल का जहाँ है हाज़िर
अपने सारे अरमाँ कर दूँ मैं ज़ाहिर, कर दूँ मैं ज़ाहिर
आप की
आप की
आप की
आप की
कभी-कभी तो होती है यहाँ मुकम्मल आशिक़ी
कई करवटें लेगी ये ज़िंदगी, बदले ना नज़र आप की
कभी-कभी तो होती है यहाँ मुकम्मल आशिक़ी
कई करवटें लेगी ये ज़िंदगी, बदले ना नज़र आप की
आप को बताऊँ कैसे?
यारा, समझाऊँ कैसे?
साथ ऐसा मिलेगा ना फिर
आप की ख़ातिर मेरे दिल का जहाँ है हाज़िर
अपने सारे अरमाँ कर दूँ मैं ज़ाहिर, कर दूँ मैं ज़ाहिर
आप की ख़ातिर मेरे दिल का जहाँ है हाज़िर
अपने सारे अरमाँ कर दूँ मैं ज़ाहिर, कर दूँ मैं ज़ाहिर